वक़्त कुछ ऐसा हमारा चल रहा है
बर्फ में जैसे शिकारा चल रहा हैक्या कमाई है महीने की न पूछो
ये समझ लो बस गुज़ारा चल रहा है
...............
इक चमक चेहरे पे अब भी है हमारे
चाहे गर्दिश में सितारा चल रहा हैजो था नालायक सभी बेटों में, उससे
आज घर का खर्च सारा चल रहा है